Safety Practice – Fire Extinguishers ( सुरक्षा का अभ्यास – अग्नि शामक )
आग (Fire) :
किसी भी ज्वलनशील पदार्थ के जलने को आग कहते है !
किसी भी जगह पर अनियंत्रित मात्रा में आग लगने के कारण सम्पति तथा सामान को क्षति या नष्ट कर सकती है !
अनियंत्रित आग लगने पर यह व्यक्ति को भी हानि पहुंचा सकती है !
आग लगने पर तुरंत उसके कारण का पता लगाना चाहिए और तुरंत उसे नियंत्रित करने तथा बुझाने की उचित कार्यवाही करनी चाहिए !
आग जलने के लिए इन तीन चीजो का होना आवश्यक है :
- इंधन (fuel) :
- ताप (heat)
- ऑक्सीजन (Oxygen)
आग को बुझाना (Extinguishing of fires) :
आग को बुझाने के लिए इंधन , ताप या ऑक्सीजन किसी एक को हटाना पडेगा !
आग बुझाने की विधियां :
- Starving : इंधन को आग से अलग करना
- Smothering : ऑक्सीजन की सप्लाई को आग से अलग करना
- Cooling : ताप को कम करने के lलिए पानी डालना
आग को लगने से रोकने के लिए क्या करना चाहिए ?
आग को लगने से रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं।
- सुरक्षा सुविधाओं का पालन करें : आग से बचाव के लिए सुरक्षा सुविधाएं जैसे कि अग्निशामक आपूर्ति, आग संदेशक, और आग बुझाने के उपकरण का उपयोग करें।
- आग से संवेदनशील क्षेत्र में ध्यान दें: उन क्षेत्रों में जो आग के जोखिम के साथ होते हैं, वहाँ सतर्क रहें और सुरक्षा सुविधाओं का पालन करें।
- अग्निप्रतिरोधी सामग्री का उपयोग करें: आग से सुरक्षा के लिए अग्निप्रतिरोधी सामग्री का उपयोग करें, जैसे कि आग रोकने वाली सामग्री, अग्निशामक कोट, और अग्नि-रोधी वस्त्र।
- सावधानी से इस्तेमाल करें: अग्निप्रतिरोधी सामग्री का सही तरीके से इस्तेमाल करें और यह सुनिश्चित करे कि आवश्यकता पड़ने पर वे उपकरण सही तरह से काम करें।
- आग संदेशक का इस्तेमाल करें: आग संदेशक का उपयोग करें ताकि आपको आग के आसपास की स्थिति का अनुमान लगा सकें और उचित कदम उठा सकें।
- विशेष रूप से ध्यान दें: उन स्थितियों में जहां आग के खतरे ज्यादा हो सकते हैं, विशेष ध्यान दें, जैसे कि किचन, इलेक्ट्रिकल इनस्टालेशन, और अन्य आग के जोखिम वाले क्षेत्र।
- जहां पर वेल्डिंग या कट्टिंग का काम हो रहा हो वहां से ज्वलनशील गन्दगी जैसे की तेल में भीगा हुआ कॉटन वेस्ट , लकड़ी का बॉक्स , पेपर इत्यादि जैसे चीजो को हटा लेना चाहिए !
- थिनर , मिट्टी का तेल , LPG इत्यादि जैसे ज्वलनशील पदार्थ वाले एरिया में वेल्डिंग , कट्टिंग का काम नहीं करना चाहिए !
आग का वर्गीकरण (Classification of fires) :
Class A Fire: Carbonation Fire
Class-A fire सामान्य जलने वाले पदार्थों से उत्पन्न होती है। यह आग आमतौर पर लकड़ी, पेपर, कपड़े, प्लास्टिक, और अन्य सामान्य वस्त्र और सामग्रियों से उत्पन्न होती है।
Class-A fire को बुझाने के लिए आमतौर पर पानी का उपयोग किया जाता है, जो आग की जलन संवेदनशीलता को कम करता है और इसे बुझाने में मदद करता है।
इसके अलावा, फायर एक्सटिंग्विशर, फायर होज और अन्य आग बुझाने उपकरणों का उपयोग भी किया जा सकता है जो कि क्लास A आग को सीधे या उसके प्रतिकूलता के हिसाब से बुझा सकते हैं।
जैसे – लकड़ी , कागज़ , कूड़ा etc.
Class B Fire: Flammable Liquids & Gases
Class-B fire तरल पदार्थों, जैसे कि ईंधन, तेल, पेट्रोल, डीजल, गैसोलीन, सोडियम, और अन्य तरल सामग्रियों के संपर्क में आती है।
क्लास B आग को बुझाने के लिए आमतौर पर फोम, कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), या ड्राई केमिकल पाउडर के रूप में विशेष आग बुझाने उपकरण का उपयोग किया जाता है।
जैसे – Petrol , Diesel , Kerosene, petroleum greases, gasoline, tars, oils, oil-based paints, solvents, lacquers, alcohols, and flammable gases as a fuel base etc.
Class C Fire: Electrical Fires
Class-C fire जो कि इलेक्ट्रिकल उपकरणों से उत्पन्न होती है। इसमें इलेक्ट्रिकल उपकरणों के परिष्कृत अवरोधन या शोर्टसर्किट से उत्पन्न होने वाली आग शामिल होती है।
Class-C fire को बुझाने के लिए आमतौर पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) या ड्राई केमिकल पाउडर के रूप में विशेष आग बुझाने उपकरण का उपयोग किया जाता है।
Class-C fire आमतौर पर कारखानों, व्यावसायिक संरचनाएं, और इलेक्ट्रिकल सामग्री के साथ बार-बार काम करने वाले क्षेत्रों में होती है।
जैसे – wiring, controls, motors, machinery, and appliances.
Class D Fire: Combustible Metals Fire –
Class-D fire एक विशेष प्रकार की आग होती है जो कि धातुओं से उत्पन्न होती है। यह आग जलते हुए धातुओं से पैदा हो सकती है!
जैसे कि मैग्नीशियम, लिथियम, टाईटेनियम, अल्यूमिनियम, और अन्य धातुओं।
Class F Fire:
Class-F fire वह प्रकार की आग होती है जो कि जलते हुए तेल और वस्तुओं के तेलीय बनाव के संपर्क में उत्पन्न होती है।
इसमें आमतौर पर किचन और खाने की जगहों में उपयोग होने वाले तेल, ग्रीस, तला हुआ भोजन, खाने के तेल, और अन्य तेलीय या जीर्ण कर गए भोजनों से उत्पन्न होती है।
क्लास F आग को बुझाने के लिए आमतौर पर फायर एक्सटिंग्विशर, फायर ब्लैंकेट, और आग बुझाने के उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
क्लास F आग आमतौर पर रसोई, रेस्टोरेंट, होटल, और अन्य खाने की संरचनाओं में होती है, लेकिन इसका संभावित उपयोग किसी भी स्थान पर हो सकता है जहां तेलीय आग का खतरा होता है।
जैसे – तेल, घी, तेलीय पदार्थ और अन्य पौधाग्रोड़ियों के संपर्क में आने पर उत्पन्न होती है।
अग्निषामक यंत्रो के प्रकार : –
1. Water
2. Foam
3. CO2 (Carbon dioxide)
4. DCP (Dry Chemical Powder)
1. Water Type Fire Extinguisher :
Water Fire Extinguisher एक प्रकार का आग बुझाने वाला उपकरण होता है जो पानी का उपयोग करके आग को नियंत्रित करने में मदद करता है।
यह एक प्रमुख और प्रभावी तरीका है आग बुझाने का , खासकर वे स्थितियों में जहां पानी का उपयोग सुरक्षित होता है, जैसे कि घर, ऑफिस, और औद्योगिक संरचनाएं।
यह आमतौर पर आग को जलाने वाले पदार्थों पर प्रभावी होता है, जैसे कि लकड़ी, कागज़, कपड़े, और अन्य आम घरेलू और औद्योगिक आग के जोखिमवाले सामग्री!
इसका प्रयोग Class – A वाले आग के लिए किया जाता है ! जैसे – लकड़ी , कागज़ , कूड़ा etc.
2. Foam Type Fire Extinguisher :
Foam Type Fire Extinguisher एक और प्रकार का आग बुझाने वाला उपकरण होता है, जो कि आग को बुझाने के लिए फोम का उपयोग करता है।
इसका प्रयोग Class A और Class B वाले आग के लिए किया जाता है !
Class A Fire: Carbonation Fire जैसे – लकड़ी , कागज़ , कूड़ा etc.
Class B Fire: Oil fire जैसे – Petrol , Diesel , Kerosene, petroleum greases, gasoline, tars, oils, oil-based paints, solvents, lacquers, alcohols, and flammable gases as a fuel base etc.
3. CO2 (Carbon dioxide) fire Extinguisher :
CO2 fire extinguisher एक और प्रकार का आग बुझाने वाला उपकरण है!
इसमें आग को बुझाने के लिए CO2 यानी कार्बन डाई ओक्साइड का उपयोग किया जाता है!
CO2 एक कवच का जैसा है, इसे जलन को समाप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है!
जब CO2 छोड़ा जाता है, तो यह ऑक्सीजन की मात्रा को रोक देता है, जिससे आग का स्रोत समाप्त हो जाता है।
CO2 फायर एक्सटिंग्विशर सामान्यतः विद्युत आग या इलेक्ट्रिकल उपकरणों की आग को बुझाने के लिए प्रयोग किया जाता है,
क्योंकि यह आग को बिना किसी परिणाम के बुझाने में सक्षम होता है और उसे नष्ट नहीं करता है।
CO2 आग बुझाने वाले उपकरणों को अक्सीजन युक्त क्षेत्रों में नहीं प्रयोग किया जाता है, क्योंकि यह अधिकांश अक्सीजन को को कम कर देता है
जिससे उस क्षेत्र में वायुमंडल की अभाव होती है और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
इसका प्रयोग Class-B तथा D वाले fire के लिए किया जाता है !
Class B Fire: Oil fire जैसे – पेट्रोल , डीजल , केरोसिन etc.
Class D Fire: विधुत से लगी आग एवं ज्वलनशील धातुओं से लगी आग .
4. DCP (Dry Chemical Powder) type Fire Extinguisher
DCP का पूरा नाम “Dry Chemical Powder” होता है। यह एक प्रकार का आग बुझाने वाला उपकरण है जो आग को बुझाने के लिए सूखी रासायनिक पाउडर का उपयोग करता है।
DCP फायर एक्सटिंग्विशर आग के अवरोधन के लिए प्रभावी होता है और अनेक प्रकार की आगों को बुझाने के लिए उपयोग किया जाता है।
DCP एक्सटिंग्विशर फायर ब्रिगेड, व्यावसायिक संरचनाएं, उद्योग, और घरेलू उपयोग के लिए उपलब्ध होता है।
यह आग को बुझाने के लिए विभिन्न प्रकार के आगों के खिलाफ प्रभावी है, जैसे कि विद्युतीय आग, रसायनिक आग, और तेल आग।
DCP फायर एक्सटिंग्विशर की एक विशेषता यह है कि इसे अक्सीजन को आग को बुझाने के लिए प्रयोग नहीं किया जाता है।
इसके बजाय, यह आग को बुझाने के लिए उचित प्रभावी रसायनिक प्रक्रिया का उपयोग करता है।
इसका प्रयोग सभी प्रकार के फायर्स के लिए किया जा सकता है लेकिन इसका प्रयोग कंप्यूटर या इलेक्ट्रिकल जैसे सेंसिटिव चीजो पे नहीं करना चाहिए !
आपके घर के लिए हमने एक fire extinguisher का लिंक दिया हुआ है जो की A, B तथा C फायर के लिए उपयोगी है !
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